शनिवार, 8 फ़रवरी 2020

टूटता तारा


आकाश में टूटते हुए तारे को देखकर नन्हीं नीना ने झट से अपनी आंखें बंद कर ली और हाथ  जोड़कर मांगने लगी ।"बस एक रोटी आज के लिए और एक कल के लिए ।"

पल्लवी गोयल
चित्र गूगल से साभार 

4 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत दयनीय।इतनी छोटी सी लघुकथा के द्वारा आपने बहुत बड़ी बात कह दी।

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  2. पल्लवी दी, भूखे पेट सिर्फ और सिर्फ रोटी ही चाहिए। बहुत सुंदर अभिव्यक्ति।

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